छत्तीसगढ़ के रायपुर में परिवहन विभाग ने टूरिस्ट परमिट का दुरपयोग करने वाली 50 से ज्यादा यात्री बसों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 30000 रूपए से ज्यादा का जुर्माना वसूल किया। इसके लिए प्रदेशभर के सभी जिलों में अभियान की शुरूआत की गई है। रविवार को रिंग रोड सुंदरनगर में बसों को रोककर परमिट और दस्तावेजों की जांच की गई।

अभियान चलाकर 400 बसों का निरीक्षण

इस दौरान पता चला कि टूरिस्ट परमिट लेकर अंतराज्यीय बसों का संचालन किया जा रहा था। ऑपरेटर टूरिस्ट परमिट लेकर यात्रियों का परिवहन कर टैक्स की चोरी कर रहे थे। उक्त बसों के परमिट और दस्तावेजों को जब्त किया गया है।बता दें कि टूरिस्ट परमिट किसी विशेष प्रायोजन के लिए जारी किया जाता है। यात्रियों की सूची, टाइमिंग और परिचालन मार्गो का ब्यौरा देने पर इसे जारी किया जाता है। इसका उपयोग केवल एक बार किया जा सकता है। लेकिन, बस मालिक टैक्स चोरी करने इसका दुरपयोग कर रहे थे। इसकी शिकायत मिलने पर अभियान शुरू किया गया है।

300 बसों का संचालन

प्रदेश के विभिन्न जिलों से दूसरे राज्यों के बीच अंतराज्जीय समझौते के तहत 300 बसों का संचालन किया जाता है। नियमानुसार उक्त बसों को परमिट जारी किया गया है, लेकिन निर्धारित संया से कई गुना बसों का संचालन टूरिस्ट परमिट पर किया जा रहा था। टैक्स चोरी करने के लिए दस्तावेजों में हेराफेरी और कूटरचना कर अपनी मर्जी से कई फेरा लगवाए जा रहे थे।

बताया जाता है कि टूरिस्ट परमिट पर प्रदेश के विभिन्न जिलों में संचालन भी किया जा रहा था। अंतरराज्यीय मार्गो पर बसों की संया में इजाफा होने के बाद भी टैक्स कम मिलने की जानकारी मिलने पर सभी जिलों के उड़नदस्ता की टीम को जांच करने के निर्देश दिए गए है। साथ ही टूरिस्ट परमिटों के संया और संचालित बसों का ब्यौरा भी मांगा गया है।

परमिट निरस्त होगा

अपर परिवहन आयुक्त डी रविशंकर ने कहा की टूरिस्ट परमिट का दुरपयोग करने वाली बसों को ब्लैक लिस्टेड कर परमिट को निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही चालानी कार्रवाई करते हुए उनके संचालन पर रोक लगाई जाएगी।